पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने एक के बाद एक तीन मुक़ाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुश्ती की 50 किलो भार वर्ग के फ़ाइनल में जगह बनाई थी। वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। लेकिन फाइनल मैच के दिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें डिसक्वालिफाई (अयोग्य) कर दिया।
विनेश के डिसक्वालिफाई होने की खबर ने पूरे देश को नम कर दिया। देश को यकीन नहीं हो रहा आखिर यह कैसे हो गया। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “X” पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने हर संभव प्रयास करने को कहा।
सिल्वर मैडल कि है हक़दार
आपको बता दे, विनेश के अयोग्य घोषित होने के बाद उन्हें कोई मैडल भी नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ एब्रीट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) से अपील की थी। विनेश ने कहा था कि वह सिल्वर मेडल की हकदार है।
कुश्ती को कहा अलविदा
ओलिंपिक से अयोग्य घोषित होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती को अलविदा कह दिया। उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट में कहा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।”