क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का 17वां मैच भारत पर बांग्लादेश के बीच हुआ। इस मैच में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम के सामने आठ विकेट 256 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे भारत ने 41.3 ओवर में 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारत की तरफ से विराट कोहली ने 103 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन उनका यह शतक काफी विवादों में आ गया।
दरअसल 39वें ओवरों के बाद जब विराट कोहली 81* (82) रन बनाकर खेल रहे थे तब भारत 238/3 का स्कोर था और जीत के लिए मात्र 15 रनों की जरूरत थी। कोहली शतक बनाना चाहते थे और केएल राहुल ने भी उनका साथ दिया। इसके बाद कोहली सिंगल और दो-दो रन लेने लगे।
इसी तरह आगे बढ़ते हुए टीम का 41 ओवर में 255/3 के स्कोर पर पहुंच गई और कोहली 97 रन पर। 42वें ओवर में नसुम अहमद (Nasum Ahmed) ने पहली गेंद पर कोहली को बड़ा शॉट खेलने से रोकने के लिए लेग साइड पर गेंद फेंकी थी, जिसे अंपायर रिचर्ड केटलबरो ने वाइड नहीं दिया। इसके बाद विराट ने ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का लगाकर अपना 48वां शतक पूरा किया। लेकिन अंपायर रिचर्ड केटलबरो की सोशल मीडिया पर आलोचना होने लगी। हम आपको वाइड न देने का कारण बताने जा रहे है।
सही था अंपायर का फैसला
आपको बता दें कि अंपायर द्वारा यहां बिल्कुल भी गलत फैसला नहीं लिया गया है। दरअसल, ICC के नए नियमों के मुताबिक अगर गेंदबाज के रनअप के वक्त बल्लेबाज जहां खड़ा होता है, वहां से गेंद गुजरती है और बल्लेबाज वह जगह छोड़ देता है तो ऐसे में अंपायर पर निर्भर करता है कि वह उस बॉल को वाइड करार दे या नहीं। जब नासम ने बॉल के लिए रनअप लिया था तो विराट कोहली लेग स्टंप के बाहर खड़े हुए थे। लेकिन बॉल के करीब आने के दौरान वह ऑफ स्टंप की तरफ बढ़ गए। जिससे गेंद लेग साइड से कीपर के हाथों में चली गई। अगर विराट अपनी जगह नहीं छोड़ते तो गेंद उनके पैड से टकराती, ऐसे में अंपायर का इस गेंद को वाइड न देना किसी भी तरह से गलत नहीं था।
क्या कहता है नियम
एमसीसी के आर्टिकल 22.1.1, “जो क्रिकेट में वाइड गेंद से संबंधित है के मुताबिक, एक गेंद को स्ट्राइकर से दूर माना जाएगी, जब तक कि वह नॉर्मल क्रिकेट शॉट खेलने के लिए उसकी पहुंच के भीतर ना हो।”
नियम के अनुसार, “इसलिए, कानून 22.1 में संशोधन किया गया है ताकि वाइड उस स्थान पर लागू हो जहां बल्लेबाज खड़ा है, जहां गेंदबाज के रन अप शुरू करने के बाद से स्ट्राइकर जिस भी जगह खड़ा है, और जो सामान्य बल्लेबाजी स्थिति में स्ट्राइकर के काफी दूर से गुजर जाता।”