बांग्लादेश में करीब दो महीने से चल रहे आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन ने अब उग्र रूप ले लिया है। जिसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार, 5 अगस्त को पद से इस्तीफा दे दिया। यहां तक कि उन्होंने देश छोड़ दिया और ढाका से अगरतला के रास्ते भारत पहुँच गई है।
हिंदू मंदिर और घरों पर निशाना
प्रदर्शनकारियों ने आंदोलन की आड़ में हिंदू मंदिर और उनके घरों पर जमकर तोड़फोड़ की है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे है, जिसमें हिंदुओ के घरों पर तोड़फोड़ और आग लगाई जा रही है। वहीं दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश के हिन्दू क्रिकेटर लिटन दास के घर पर भी आग लगा दी।
सोशल मीडिया वायरल दावों के विपरीत, जिस घर में आग लगाई गई वह कथित तौर पर पूर्व क्रिकेट कप्तान मशरफे मुर्तजा का था, जो हसीना की अवामी लीग से सांसद हैं। प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग के अन्य नेताओं के घरों को भी निशाना बनाया।
हसीना को दिया था इस्तीफे के लिए 45 मिनट का समय
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया और भारत आ गई।
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हसीना के देश छोड़ने के बाद सेना प्रमुख ने कहा, ‘हम अंतरिम सरकार बनाएंगे, देश को अब हम संभालेंगे। आंदोलन में जिन लोगों की हत्या की गई है, उन्हें इंसाफ दिलाया जाएगा।”