इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल (IPL) सबसे महंगा और ग्लैम्रर से भरपूर क्रिकेट महाकुंभ बन गया है। जहां पैसा बारिश की तरह बरसता है, दुनिया के श्रेष्ठ क्रिकेटर्स की मंडी यहां लगती है, बेहतरीन प्लेयर इस लीग में खेलन को तरसते हें। क्रिकेट से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोग आईपीएल से जुड़ना चाहता है। कुल मिलकार आईपीएल लीग एक ड्रीम लीग बन चुकी है जिसमें खेलने का सपना हर क्रिकेटर देखता है।
लेकिन क्या आपको पता है इस पूरे खेल की स्क्रिप्ट लिखने वाला कौन है और वह किस हाल में है और कहां है, शायद अब तक आप समझ गए होंगे लेकिन नहीं पहचाने तो चलिए आपको बताते हैँ कि हम बात कर रहे हैँ ललित मोदी की। वही ललित मोदी जो आईपीएल के फाउंडर पूर्व कमिश्नर और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के प्रेसीडेंट रह चुके हैं। ललित मोदी वह नाम जिसने टी20 क्रिकेट को आईपीएल के रूप में नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया, आईपीएल की वजह से देश के हर शहर की गली और मोहल्ले से क्रिकेटर इसमें पहुंच रहे है और रातों रात करोड़पति बन रहे है।
आज का युवा क्रिकेट में अपना भविष्य देख रहा है, जो पहले कभी संभव ही नहीं था। लेकिन आज ललित मोदी देश से बाहर लंदन में निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं और क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया से अजीवन प्रतिबंध झेल रहे हैँ साथ ही उन पर वित्तीय लेनेदेन में अनियमित्ता के भी आरोप है।
दिल्ली में रहने वाले अरबपति कृष्ण कुमार मोदी के घर 29 नवंबर 1963 को ललित मोदी का जन्म हुआ था, मारवाड़ी परिवार में जन्मे ललित मोदी को जीवन में पैसों की कोई कमी नहीं रही। उनके पिता 4 हजार करोड़ ब्रांड वैल्यू वाले मोदी ग्रुप के अध्यक्ष थे। आज लोग भले ही आईपीएल से करोड़ों अरबों कमा रहे हैं लेकिन इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि आज ललित मोदी के आइडिये से ही यह संभव हो पाया है भले वह देश में नहीं है, लोग उन्हें कुछ भी कहें लेकिन भारतीय क्रिकेट को आईपीएल के जरिए उन्होंने सिरमौर बना दिया और देश के सैकड़ो युवा क्रिकेटर का भविष्य संवार दिया है।
नागौर जिला क्रिकेट संघ से हुई क्रिकेट से एंट्री
मोदी ने नागौर जिला क्रिकेट संघ से अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा। पहली बार में ही वह चुनाव जीत गए। लेकिन उन्हें आरसीए का अध्यक्ष बनने के लिए काफी संघर्ष करना पडा लेकिन समय ने पलटी मारी और वसुंधरा राजे की सरकार साल 2005 में ललित मोदी आरसीए के अध्यक्ष बने।
आईपीएल को तीन साल तक अपने दम पर चलाया
आरसीए प्रेसीडेंट बनने के बाद उन्होंने क्रिकेट में नए प्रयोग किए और ग्लैमर का तड़का लगाकर क्रिकेट के फॉर्मेट को नई ऊंचाईयां दीं। फिल्मी हस्तियों से अच्छी बॉन्डिंग होने की वजह से इसका फायदा मिला। आईपीएल का आइडिये को उन्होने धरातल पर उतारना शुरु कर दिया। उन्होंने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल (आईपीएल) की शुरुआत की।
शुरुआती तीन साल तक उन्होंने अपने दम पर इस लीग को जैसे तैसे चलाया। इसके बाद यह लीग धीरे धीरे पीक पर पहुंचने लगी इसमें देश विदेश के क्रिकेटर्स, फिल्मी हस्तियां इसमें अपनी रुचि दिखाने लगे। धीरे धीरे इस लीग ने ऊंचाइयों पर पहुंच गई और ललित मोदी का वर्चस्व भारतीय क्रिकेट बोर्ड में बढ़ने लगा। लेकिन फिर उन पर विपत्ति और संकट के बादल मंडराने लगे और वह मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसते चले गए लेकिन उन्होने 2010 में भारत छोड़ दिया और आज तक लंदन में निर्वासित जीवन बिता रहे हैं।
आईपीएल कमिश्नर रहते बन गए थे पावरफुल
ललित मोदी आईपीएल कमिश्नर बनने के बाद बहुत प्रभावशाली होते गए, लोग उन्हें राजस्थान का सुपर सीएम कहने लगे थे, जयपुर की सबसे आलीशान होटल रामबाग पैलेस में उनका हमेशा एक सुइट बुक रहता था। यहां पर उनसे मिलने वालों की लाइन लगी रहती थी।
ललित मोदी का नेटवर्थ 12 हजार करोड़ है
ललित मोदी साल 2010 में भारत छोड़कर विदेश चले गए थे। उनके पास 3 फरारी कारें हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ललित मोदी अपने बिजनेस से करोड़ों कमाते हैं। उनकी नेटवर्थ लगभग 12 हजार करोड़ बताई जाती है, जिनमें उनकी संपत्ति करीब 4500 करोड़ की है। वह विदेश आलीशान जिंदगी जी रहे हैं। साल 2010 में बीसीसीआई ने ललित मोदी को अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों में सस्पेंड कर दिया था।